अधिकार का क्या महत्व है? | लोकतंत्र में अधिकारों की क्या जरूरत है?
क्या आपको पता लोकतंत्र में अधिकारों की क्या जरूरत है? लोकतंत्र की स्थापना के लिए अधिकारों का होना जरूरी है। लोकतंत्र में हर नागरिक को वोट देने और चुनाव लड़कर प्रतिनिधि चुने जाने का अधिकार है।
लोकतांत्रिक चुनाव हो इसके लिए लोगों को अपने विचारों को व्यक्त करने की राजनीतिक पार्टी बनाने की और नैतिक गतिविधियों की आजादी का होना जरूरी है। लोकतंत्र में अधिकारों की एक खास भूमिका है, अधिकार बहु संख्या को के दामन से अल्पसंख्यकों की रक्षा करते हैं।
यह इस बात की व्यवस्था करते हैं कि बहुसंख्यक किसी लोकतांत्रिक व्यवस्था में मनमानी ना करें अधिकार स्थितियों के बिगड़ने पर एक तरह की गारंटी जैसे है अगर कुछ नागरिक दूसरों के अधिकारों को हड़पना चाहते हैं तो स्थिति बिगड़ सकती है।
यह स्थिति आमतौर पर तब आती है जब बहुमत के लोग अल्पमत में आ गए लोगों पर प्रभुत्व करना चाहते ऐसी स्थिति में सरकार को नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए। लेकिन कई बार चुनी हुई सरकार भी अपने ही नागरिकों के अधिकारों पर हमला करती है। यह संभव है वह नागरिक के अधिकारों की रक्षा ना करें इसलिए कुछ अधिकारों को सरकार से भी ऊंचा दर्जा दिए जाने की जरूरत है।
ताकि सरकार भी उनका उल्लंघन ना कर सके अधिकांश लोकतांत्रिक शासन व्यवस्थाओं में नागरिकों के अधिकार संविधान में लिखित रूप में दर्ज होते हैं।